
फिर एक नई सुबह होगी
हर सुबह एक नई सुबह होती है
नई उम्मीद, नया जोश लिए होती है
नए इरादे, नए लक्ष्य और लक्ष्यों को पाने के नए रास्ते लिए होती है
हर सुबह एक नई सुबह होती है,
क्या हुआ अगर कल शाम वो खूब रोया
क्या हुआ अगर उसके होंसलो ने रास्ता खोया
क्या हुआ अगर उसके इरादों ने उसका साथ छोड़ा
और क्या हुआ अगर अपनों ने मुंह मोड़ा
यह ना-उम्मीदी की शाम भी ढल जायेगी
यह उदासी भी हसी में बदल जायेगी
इतंजार कर होने वाली नई सुबह का
क्योकि हर सुबह एक नई सुबह होती है,
फिर एक नई सुबह होगी
जो फिर से ज़िन्दगी जीने का मौक़ा देगी
फिर एक नई धुप खिलेगी
जो उम्मीदों का नया पुल बनाने का होंसला देगी
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